श्री राष्ट्रीय करणी सेना एक सामाजिक संगठन है जिसकी स्थापना 2016 में हुई। हिन्दू सनातनी समाज जिन विभिन्न समस्याओं से जूझ रहा है उनका समाधान करने हेतु इस संगठन का निर्माण किया गया था।
सर्वविदित है कि क्षत्रिय समाज विभिन्न कालखण्डों में देश व धर्म की सुरक्षा हेतु अपने प्राण हथेली पर लिए शौर्य के साथ बाह्य एवं आंतरिक आक्रमणों से देश, धर्म एवं समाज को सुरक्षित रखते हुए संघर्षरत है। चाहे सम्राट विक्रमादित्य हों या महाराजा भोज, चंद्रगुप्त मौर्य हों या सम्राट अशोक, मेवाड़ के वीर राणा सांगा, राणा उदयसिंह से लेकर मेवाड़ रत्न महाराणा प्रताप हों या बिहार के बाबू वीर कुँवर नारायण सिंह, दिल्ली के महाराज पृथ्वीराज चौहान हों या अनंगपाल सिंह तोमर, स्वराज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज हों या वीर बुंदेले छत्रसाल, अथवा छत्तीसगढ़ के महान स्वतंत्रता सेनानी वीर नारायण सिंह, क्षत्रिय वीरों ने हर काल एवं परिस्थिति में देश-धर्म व समाज हेतु महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ऐसे ही वीरों के जीवन दर्शन से प्रेरणा लेकर स्वामी विवेकानंद, चंद्रशेखर आज़ाद एवं भगत सिंह की ओजस्विता से परिपूर्ण दृष्टि के साथ श्री राष्ट्रीय करणी सेना छत्तीसगढ़ में प्रदेश अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सिंह तोमर के नेतृत्व में कार्य कर रही है।
अभी तक की सभी सरकारों का कार्यकाल तथा विकास में योगदान महत्वपूर्ण रहा है, चाहे वह किसी भी पार्टी की क्यों न हो, किन्तु जनजागरण के आभाव में विकास के लिए जो अपेक्षित वातावरण होना चाहिए वह दिखाई नहीं दे रहा है, हमारा समाज ऊँच-नीच, जाती-पाँति, छोटे-बड़े तथा राजनितिक दल विशेष का प्रतिनिधित्व की बात करता दिखाई देता है।
राष्ट्रवाद, सामजिक एकता, तथा कुरीतियों के खिलाफ हम एकजुट दिखाई नहीं देते है, अभी तक हम हिन्दू न हो कर ब्राह्मण, सिख, राजपूत, बनिया, जाट, शूद्र बन कर घूम रहे हैं । हमारे समाज में अभी भी आरक्षण की ज़रूरत पड़ती है, तथा छुआछूत जैसी भयानक समस्या है।
कोई भी शिक्षित नहीं होना चाहता है, हमारे यहाँ पर अधिकार की बात की जाती है, पर कर्तव्य की नहीं, तथा बोलने की स्वतंत्रता के नाम पे राष्ट्र के खिलाफ भी कुछ भी बोला जा सकता है, धार्मिक आस्था के विरुद्ध जन भावना को आहत किया जा सकता है, क्यूँकि संविधान से आज़ादी मिली हुई है, भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। छोटी से छोटी समस्या के हल के लिए हम कोर्ट चले जाते हैं, सरकार के कार्य के लिए बार-बार सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाता है, हमारी सांस्कृतिक विरासत को तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है फिर भी समाज चुप बैठ कर मौन दर्शक बना हुआ है।
हमें बिजली तथा पानी पर्याप्त तथा उचित मात्रा में चाहिए किन्तु वो फ्री होना चाहिए, अच्छी आर्थिक स्थिति होते हुए भी हमें BPL व्यवस्था का लाभ चाहिए। नौकरी सरकारी चाहिए किन्तु सरकारी स्कूल में बच्चे नहीं पढ़ाएंगे और न ही सरकारी अस्पताल में इलाज करवाएंगे, आज भी हमें पुलिस थाने में जाने से डर लगता है, और तो और हम सभी मानते हैं कि कानून सिर्फ पैसे वालों के लिए होता है। ऐसे में समाज में जो समस्याएँ हैं उनका क्या ? वर्तमान में हम सरकार से रोजगार भी चाहते हैं, शिक्षा भी चाहते हैं, आवास भी चाहते हैं, पर्यावरण शुद्धता भी चाहते हैं, गंगा की सफाई भी चाहते हैं, हमारे घर से कचरा उठाएँ ये भी चाहते हैं, हमारे व्यापार ढंग से चलें यह भी चाहते हैं, कृषि के लिए लोन भी चाहते हैं, किन्तु लोन चुकाना नहीं है वो सरकार माफ़ कर दे, हम टैक्स भी नहीं देना चाहते, हम सरकारी ड्यूटी पे भी नहीं जाना चाहते, हम रिश्वत भी लेना चाहते हैं, हम मेहनत नहीं करना चाहते, फ़ौज में नौकरी नहीं करना चाहते, शहादत पर मोमबत्ती तो जला सकते हैं किन्तु अपने घर से कोई शहीद हो ये बर्दाश्त नहीं है, किसी बहन का बलात्कार हो तो मोमबत्ती जला सकते हैं, किन्तु उस बहन की सुरक्षा नहीं कर सकते, ऐसा कब तक चलेगा?
हमारी ये मुहीम सामाजिक एकता को स्थापित करने के लिए है, तथा हम समाज की समरसता को स्थापित करते हुए जागरुक तथा आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाना चाहते हैं, हम चाहते हैं कि समाज शिक्षित और जागरूक हो, समाज अपनी व्यवस्था खुद करे तथा आपस में मिल कर समस्याओं का समाधान निकाले, ऐसी मुहीम का नाम श्री राष्ट्रीय करणी सेना है।
छत्तीसगढ़ में करणी सेना की नींव बहुत ही मजबूत है एवं जनता की समस्याओं के निदान हेतु शासन-प्रशासन की नींव हिलाने की क्षमता रखती है तथा सभी के लिए समभाव रखते हुए 36 कौम की सुरक्षा व विकास
श्री राष्ट्रीय करणी सेना का लक्ष्य सनातन धर्म के आदर्श को आधुनिक समाज तथा वर्तमान एवं भविष्य के परिप्रेक्ष्य में समायोजित करने का प्रयास है। जिसके तहत समाज में कर्तव्यनिष्ठा, एकता तथा आर्थिक उन्नति प्रमुख है। इसे हम प्रगतिशील लोकतांत्रिक व्यवस्था कह सकते हैं।
करणी सेना हमारे भारत के वर्तमान परिप्रेक्ष्य में जो समस्याएँ हैं उनका समाधान लोकतांत्रिक प्रणाली के आधार पर चाहता है। अतः करणी सेना का लक्ष्य एक विकासशील लोकतांत्रिक व्यवस्था है जिसमें धनबल, बाहुबल के आधार पर जनप्रतिनिधि का चुनाव न होकर जनता द्वारा अपने हिसाब से अपनी समस्याओं के निवारण के लिए चुना जाए तथा कार्यप्रणाली सही न होने पर उसे विस्थापित भी किया जा सके।
श्री राष्ट्रीय करणी सेना द्वारा छद्म लोकतंत्र के नाम पर राष्ट्रहित व मातृभूमि के हितों को ताक में रखने वालों अथवा राष्ट्र की छवि को नुकसान पहुंचाते हुए समाज के लिए दोहरे मापदंड अपनाने वालों का पुरजोर विरोध किया जाएगा।
हम सक्रिय राजनीति का हिस्सा न बनकर समाज में लोकनीति के माध्यम से परिवर्तन की बहार लाना चाहते हैं। यह कार्य समाज को एकीकृत करके आत्मनिर्भर व्यवस्था के संचालन द्वारा होगा, जहाँ समाज के जागरुक नागरिकों द्वारा समाज के लिए, समाज की इच्छानुसार कानून तथा प्रशासन के दायरे में रहकर सरकार के अनुपूरक के रूप में काम किया जाएगा।
We are proud offer top rangen comprehensve employmen services such and aser payroll and bene adminitration management and asstance with global business range employment employer compliance.